शुगर को लिया हल्के में, किडनी हुई खराब

नमस्कार, मेरा नाम अरुण मौर्या है और मैं आगरा, यूपी का रहने वाला हूँ। मैं बीते कई सालों से शुगर जैसी आम और गंभीर बीमारी से जूझ रहा था, जिसकी वजह से दो साल पहले मेरी किडनी खराब हो गई थी। जब मेरी किडनी खराब हुई तो मुझे बहुत सी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ा था। मैंने अपनी खराब हुई किडनी को ठीक करवाने के लिए कई महीनों तक डायलिसिस करवाया और डॉक्टर की दी हुई सभी दवाएं भी टाइम पर ली, लेकिन कोई फायदा नहीं मिला उल्टा हालत लगातार खराब होती चली गई। डायलिसिस करवाने से मेरी तबियत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि मेरे बचने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी। अब डॉक्टर मेरी हालत को देखते हुए डायलिसिस करवाने के लिए कहने लगे थे लेकिन मैं इसके लिए राजी नहीं था। अपर जब मैंने डॉ. पुनीत धवन से आयुर्वेदिक उपचार लेना शुरू किया तब कहीं जाकर मेरी किडनी ठीक हुई और आज मैं एक स्वस्थ जीवन जी पा रहा हूँ।

मेरे घर में सभी को मीठा खाना बहुत ज्यादा पसंद था, अब भी है लेकिन जब से मेरी किडनी खराब हुई है तब से सबने मीठा खाना काफी कम कर दिया है। दरअसल, मीठा खाने की वजह से मुझे शुगर की समस्या हो गई थी, जिसकी वजह से मेरी तबियत खराब रहने लगी थी। जब डॉक्टर से बारे में बात की तो उन्होंने मुझे मीठा ना लेने की सलाह दी और साथ में एक बैलेंस डाइट प्लान फॉलो करने के लिए कहा। पर मैंने डॉक्टर की बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जिसकी वजह से मेरा शुगर लेवल काबू में नहीं आया। डॉक्टर की बातों पर कोई ध्यान ना देने और बढ़ती उम्र के कारण मेरा शुगर लेवल लगातार बढ़ता जा रहा था, जिसके कारण मुझे दवाएं शुरू करनी पड़ी। दवाएं लेने से मुझे शुगर की समस्या में काफी आराम मिलने लग गया जिससे मैं काफी खुश भी था, लेकिन मैंने इस दौरान अपने खान पान में कोई बदलाव नहीं किया, जिसकी वजह से मेरी किडनी तेजी से खराब होना शुरू हो चुकी थी पर इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं थी।जब मेरी किडनी खराब हुई उससे करीब आधा साल पहले मुझे शुगर की वजह से पेशाब से जुड़ी समस्याएँ हो जाती थी, जो शुगर वालों के आम सी बात है।

मेरी किडनी खराब होने के शुरूआती लक्षण भी पेशाब से जुड़े हुए ही थे। एक दिन मैंने देखा कि मेरे पेशाब का रंग काफी बदल गया है और पेशाब करते हुए मुझे काफी जलन भी हो रही है। इसके अलावा पेशाब से बदबू आने लगी और पेशाब में झाग भी बनने लगा। शुरुआत में तो मैंने इसपर कोई ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब मैंने देखा कि मुझे पेशाब की समस्याएँ ही नहीं हो रही है बल्कि पैरों में और चेहरे पर काफी सूजन भी आई हुई है तो मैं समझ गया कि कुछ तो गड़बड़ है। मेरे पैरों में आई सूजन कुछ ही दिनों में इतनी ज्यादा बढ़ गई कि मैं ठीक से चल भी नहीं पा रहा था। शुगर लेवल पहले ही इतना बढ़ चूका था कि दवाएं और इन्सुलिन लेने से भी कोई फायदा नहीं मिल रहा था, इसके साथ में अब ब्लड प्रेशर भी काफी बढ़ चूका था। ब्लड प्रेशर की वजह से मुझे दिन भर में कई बार उल्टियाँ आने लगी और भूख खत्म हो गई। कुछ ही दिनों में मैं इतना ज्यादा कमजोर हो गया कि बिस्तर से भी ठीक से नहीं उठ पा रहा था। घर वालों ने लगातार खराब होती होती तबियत को देखते हुए मुझे एक बड़े हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया जहाँ जाते ही डॉक्टर ने मुझे कई टेस्ट करवाने के लिए कहा।

मैंने उसी दिन सभी टेस्ट करवाए और रिपोर्ट्स आते ही मैंने उन्हें डॉक्टर को दिखाया, जिन्हें देखने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि मेरी किडनी शुगर और दवाओं की वजह से खराब हो चुकी है इसी वजह से मुझे ये सभी समस्याएँ हो रही है। डॉक्टर ने मुझसे आगे कहा कि अब मुझे ठीक होने के लिए जल्द से जल्द डायलिसिस शुरू करवा देना चाहिए ताकि मैं जल्द ही ठीक हो जाऊं।मेरे सामने दूसरा तो कोई चारा नहीं था, जिसकी वजह से मैंने अगले दिन से ही डायलिसिस करवाना शुरू कर दिया। जब मेरा पहला डायलिसिस हुआ तो मुझे उससे काफी तकलीफ हुई, जिसको सहन कर पाना बहुत मुश्किल था पर ठीक होने के लिए मैंने उसे सहन कर लिया। मैंने ठीक होने की उम्मीद में करीब साल भर तक हर हफ्ते दो बार डायलिसिस करवाया पर उससे मेरी हालत में कोई सुधार तो हुआ नहीं उल्टा मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई कि मेरे बचने की सभी उम्मीदें खत्म होने लगी। डॉक्टर्स भी जवाब देने लगे थे, मेरी हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी थी कि मैं किडनी ट्रांसप्लांट करवाने के लिए भी समर्थ नहीं था। इसी बीच एक दिन जब मैं अपने घर में आराम कर रहा था तो मेरे जीजा जी मुझसे मिलने आए और उन्होंने मुझसे एक बार आयुर्वेदिक उपचार लेने की सलाह दी।

जीजा जी ने मुझे बताया कि दिल्ली में Karma Ayurveda Hospital है जहाँ पर बिना डायलिसिस के ही केवल आयुर्वेदिक दवाओं से ही खराब हुई किडनी को ठीक किया जाता है। मुझे लगा कि एक बार ये भी कर के देख लेना चाहिए, बस फिर क्या था मैं कुछ ही दिनों में दिल्ली, कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल आ गया जहाँ मेरी मुलाकात डॉ. पुनीत धवन से हुई जो कि इस हॉस्पिटल के निदेशक भी है। मैंने उनको अपनी सभी रिपोर्ट्स दिखाई, जिन्हें देखने के बाद उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे अब डरने की जरूरत नहीं है मैं कुछ ही दिनों में एक दम ठीक हो जाऊंगा, बस समय से आयुर्वेदिक दवाएं लेनी होगी और खाने पीने का ठीक से ख्याल रखना होगा। बस फिर क्या था मैंने घर आते ही डॉ. पुनीत धवन की दी हुई आयुर्वेदिक दवाएं उनके बताए हुए तरीके से लेनी शुरू कर दी और साथ में परहेज भी करने शुरू कर दिए, जिसकी वजह से मुझे कुछ ही दिनों में अपने अंदर काफी सुधार नज़र आने लग गये। महीने भर में ही मेरे पैरों से काफी सूजन चली गई और पेशाब भी खुल कर आने लग गया। इसके अलावा शुगर भी काफी काबू में आने लग गया, देखते ही देखते कुछ ही महीनों में मेरी किडनी एक दम ठीक हो गई और आज मैं एक दम स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ।

Comments